BCD CODE क्या होता है


कंप्यूटर तथा अन्य डिजिटल परिपथो द्वारा हैंडल किया जाने वाला डाटा न्यूमैरिक (numeric) अल्फाबेट(alphabets) अथवा किसी विशेष कैरेक्टर में होता है
bcd code in hindi


चूकि डिजिटल परिपथ बाइनरी सिद्धांत पर कार्य करते हैं अतः उनको फिड किए जाने वाले डाटा को बाइनरी फॉर्मेट में परिवर्तित करना होता है
ऐसा करने की कई बिधिया है तथा  क्रिया  इनकोडिंग (encoding) कहलाती है

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डाटा को बाइनरी में परिवर्तित करने के लिए विभिन्न कोड है तथा विभिन्न कोड को विभिन्न उद्देश्य के लिए प्रयुक्त करते हैं 

कुछ मुख्य प्रचलित code निम्न है

  1. बाइनरी कोड
  2. बीसीडी कोड
  3. एक्सेस 3 कोड
  4. ग्रे कोड
  5. अटल कोड
  6. हेक्सा डेसिमल कोड
  7. अल्फान्यूमैरिक कोड

इस पोस्ट में हम बात कर रहे है सिर्फ BCD code के बारे में ,तो आज हम जानेगे की BCD code क्या होता है तथा BCD संख्याओ को कैसे जोड़ते है


BCD CODE क्या होता है

यह नेचुरल बाइनरी code है इस code में 0 से 9 तक सभी डेसीमल संख्याये उनके बाइनरी तुल्यांक के द्वारा प्रदर्शित की जाती है प्रत्येक संख्या में 4 बिट होते हैं

नोट- बीसीडी कोड को 8421 code भी कहते हैं(alert-warning)

डिजिटल परिपथ में इनपुट/आउटपुट ऑपरेशन के लिए यह अत्यंत सरल एवं उपयोगी कोड है इसका उपयोग केलकुलेटर तथा डिजिटल वोल्टमीटर में डेसीमल डिजिट को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है

उदाहरण के लिए डेसिमल संख्या 243 को बीसीडी कोड में निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जाता है

(2)          (4)          (3)

0010      0100       0011


क्योंकि इस प्रणाली में 4 बिट सिस्टम किसी भी डेसीमल संख्या को हेंडल कर सकता है अतः केवल चार हार्डवेयर परिपथो की आवश्यकता होती है

निम्न तालिका में बीसीडी कोड एवं बाइनरी कोड प्रदर्शित किए गए हैं तालिका से स्पष्ट है कि BCD code में सबसे बड़ा 4 बिट का समूह 1001 है

Decimal BCD code Binary
0000 0000
1 0001 0001
2 0010 0010
3 0011 0011
4 0100 0100
5 0101 0101
6 0110 0110
7 0111 0111
8 1000 1000
9 1001   0000 1001
10 0001   0000 1010
11 0001   0001 1011
12 0001   0110 1100
13 0001   0011 1101
14 0001   0100 1110
15 0001   0101 111
.... ..... ......

जैसा की आप देख रहे होगे बीसीडी कोड में बाइनरी संख्या है 1010, 1011, 1100,1101,1110,1111 प्रयुक्त नहीं की जाती

बीसीडी अंक केवल 0000 से 1001 संख्याओ तक प्रयोग किए जाते हैं अर्थात डेसीमल संख्याओ के इकाई अंको के बाइनरी code के 4 बिट समूह को BCD code कहते है

डेसीमल संख्या इकाई से अधिक होने पर सभी अंको का अलग अलग बाइनरी 4 bit समूह लिखने पर वह bcd code हो जायेगा जैसे संख्या 443 का BCD code क्या होगा ---


(4)          (4)          (3)

0100      0100       0011


443  ⟶ 0100   0100   0011


 बी. सी .डी .संख्याओं को कैसे जोड़ते है

BCD Addition in Hindi

BCD संख्याओ को जोड़ने की विधि निम्न है

◼ दोनों BCD संख्याओं को बाइनरी योग के नियमों के अनुसार जोड़ते है

◼ यदि 4-बिट योग 9 के बराबर अथवा 9 से कम है तब यह valid BCD संख्या है

◼ यदि 4-बिट योग 9 से अधिक है अथवा कैरी जनरेट होती है तब यह invalid परिणाम है


अब हम इसे ठीक कैसे करे ,इसके लिए 4- बिट योग में 0110(=6) जोड़ते है जिससे 6 invalid स्टेट skip हो जाती है तथा परिणाम BCD में होता है

यदि 0110(=6) जोड़ने पर कैरी उत्पन्न होती तब इसे next 4 - बिट ग्रुप में जोड़ते है

अब हम दो उदाहरण देखेगे पहले में 4 -बिट योग (1001) =9 के बराबर या 9 से कम है




यह परिणाम valid है | क्यों कि 4-बिट योग 9 के बराबर है 9 से अधिक नहीं है

दूसरा उदाहरण देखते है



यह संख्या invalid है क्यों कि 4-बिट योग 1001 (= 9 ) से अधिक है अतः इसमे 0110(=6)जोड़ते है

0001का मान 1 तथा 0011 का मान 3 है अतः यह valid संख्या है क्योकि इनमे से कोई भी 9 से अधिक नहीं है

नमस्ते  दोस्तों! आपने अपना किमती वक्त इस पोस्ट को पढ़ने में बिताया इसके लिए आपको धन्यवाद ! आज आपने BCD CODE क्या होता है और बी. सी .डी .संख्याओं को कैसे जोड़ते है के बारे में जाना | हमें उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर पसंद आया है तो इसे आप अपने सोशल मिडिया प्लेटफ़ॉर्म पर जरुर शेयर करे👇

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