कंप्यूटर तथा अन्य डिजिटल परिपथो द्वारा हैंडल किया जाने वाला डाटा न्यूमैरिक (numeric) अल्फाबेट(alphabets) अथवा किसी विशेष कैरेक्टर में होता है
चूकि डिजिटल परिपथ बाइनरी सिद्धांत पर कार्य करते हैं अतः उनको फिड किए जाने वाले डाटा को बाइनरी फॉर्मेट में परिवर्तित करना होता है
ऐसा करने की कई बिधिया है तथा क्रिया इनकोडिंग (encoding) कहलाती है
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डाटा को बाइनरी में परिवर्तित करने के लिए विभिन्न कोड है तथा विभिन्न कोड को विभिन्न उद्देश्य के लिए प्रयुक्त करते हैं
कुछ मुख्य प्रचलित code निम्न है
- बाइनरी कोड
- बीसीडी कोड
- एक्सेस 3 कोड
- ग्रे कोड
- अटल कोड
- हेक्सा डेसिमल कोड
- अल्फान्यूमैरिक कोड
इस पोस्ट में हम बात कर रहे है सिर्फ BCD code के बारे में ,तो आज हम जानेगे की BCD code क्या होता है तथा BCD संख्याओ को कैसे जोड़ते है
BCD CODE क्या होता है
यह नेचुरल बाइनरी code है इस code में 0 से 9 तक सभी डेसीमल संख्याये उनके बाइनरी तुल्यांक के द्वारा प्रदर्शित की जाती है प्रत्येक संख्या में 4 बिट होते हैं
नोट- बीसीडी कोड को 8421 code भी कहते हैं(alert-warning)
डिजिटल परिपथ में इनपुट/आउटपुट ऑपरेशन के लिए यह अत्यंत सरल एवं उपयोगी कोड है इसका उपयोग केलकुलेटर तथा डिजिटल वोल्टमीटर में डेसीमल डिजिट को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है
उदाहरण के लिए डेसिमल संख्या 243 को बीसीडी कोड में निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जाता है
(2) (4) (3)
0010 0100 0011
निम्न तालिका में बीसीडी कोड एवं बाइनरी कोड प्रदर्शित किए गए हैं तालिका से स्पष्ट है कि BCD code में सबसे बड़ा 4 बिट का समूह 1001 है
Decimal | BCD code | Binary |
---|---|---|
0000 | 0000 | |
1 | 0001 | 0001 |
2 | 0010 | 0010 |
3 | 0011 | 0011 |
4 | 0100 | 0100 |
5 | 0101 | 0101 |
6 | 0110 | 0110 |
7 | 0111 | 0111 |
8 | 1000 | 1000 |
9 | 1001 0000 | 1001 |
10 | 0001 0000 | 1010 |
11 | 0001 0001 | 1011 |
12 | 0001 0110 | 1100 |
13 | 0001 0011 | 1101 |
14 | 0001 0100 | 1110 |
15 | 0001 0101 | 111 |
.... | ..... | ...... |
जैसा की आप देख रहे होगे बीसीडी कोड में बाइनरी संख्या है 1010, 1011, 1100,1101,1110,1111 प्रयुक्त नहीं की जाती
बीसीडी अंक केवल 0000 से 1001 संख्याओ तक प्रयोग किए जाते हैं अर्थात डेसीमल संख्याओ के इकाई अंको के बाइनरी code के 4 बिट समूह को BCD code कहते है
डेसीमल संख्या इकाई से अधिक होने पर सभी अंको का अलग अलग बाइनरी 4 bit समूह लिखने पर वह bcd code हो जायेगा जैसे संख्या 443 का BCD code क्या होगा ---
(4) (4) (3)
0100 0100 0011
443 ⟶ 0100 0100 0011
बी. सी .डी .संख्याओं को कैसे जोड़ते है
BCD Addition in Hindi
BCD संख्याओ को जोड़ने की विधि निम्न है◼ दोनों BCD संख्याओं को बाइनरी योग के नियमों के अनुसार जोड़ते है
◼ यदि 4-बिट योग 9 के बराबर अथवा 9 से कम है तब यह valid BCD संख्या है
◼ यदि 4-बिट योग 9 से अधिक है अथवा कैरी जनरेट होती है तब यह invalid परिणाम है
अब हम इसे ठीक कैसे करे ,इसके लिए 4- बिट योग में 0110(=6) जोड़ते है जिससे 6 invalid स्टेट skip हो जाती है तथा परिणाम BCD में होता है
यदि 0110(=6) जोड़ने पर कैरी उत्पन्न होती तब इसे next 4 - बिट ग्रुप में जोड़ते है
अब हम दो उदाहरण देखेगे पहले में 4 -बिट योग (1001) =9 के बराबर या 9 से कम है
दूसरा उदाहरण देखते है
नमस्ते दोस्तों! आपने अपना किमती वक्त इस पोस्ट को पढ़ने में बिताया इसके लिए आपको धन्यवाद ! आज आपने BCD CODE क्या होता है और बी. सी .डी .संख्याओं को कैसे जोड़ते है के बारे में जाना | हमें उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा अगर पसंद आया है तो इसे आप अपने सोशल मिडिया प्लेटफ़ॉर्म पर जरुर शेयर करे👇